
बिहार की राजधानी पटना से सटे बख्तियारपुर में रविवार को निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विक्षिप्त युवक ने हमला कर दिया. इस घटना के बाद सूबे के सियासी गलियारों में खलबली मच गई है. सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ ही विपक्ष भी घटना की निंदा कर रहा है. साथ ही सूबे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है.
इसी क्रम में बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद विधायकों ने सीएम नीतीश पर हुए हमले का मुद्दा उठा। राजद विधायक ललित यादव ने यह सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है. अब तो मुख्यमंत्री भी सुरक्षित नहीं. डीजीपी पूरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं.
इस पर अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि यह काफी चिंता वाली बात है. सरकार इस मामले को देख रही है. स्पीकर विजय सिन्हा ने इस गंभीर मुद्दे पर डिप्टी सीएम से सदन में जानकारी देने को कहा. इस डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ जो घटना घटी है वह काफी दुःखद है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को देख रही है. सभी पहलुओं पर गौर कर रही है.
बता दें कि रविवार को बख्तियारपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी पं. शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षा घेरा में घुसकर मुख्यमंत्री पर हमले का प्रयास किया गया, जिसे पकड़ लिया गया. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू है, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ है.